कुंडली के अंदर कई तरीके के योग बनते हुए नजर आते हैं। इनमें से कुछ योग अच्छे होते हैं और कुछ योग मनुष्य को हानि पहुंचाते हुए नजर आते हैं। ज्योतिष शास्त्र की मदद से हम अपने जीवन को सरल बना सकते हैं। कुंडली के अंदर शुभ और अशुभ दोनों तरीके के योग बनते हुए दिखते हैं। यदि कुंडली में शुभ योग की संख्या अधिक है तो ऐसे व्यक्ति का जीवन अच्छा गुजरता हुआ नजर आता है तो वहीं यदि कुंडली के घरों में अशुभ योग बन रहे हैं तो व्यक्ति परेशान रहता हुआ दिखता है।
अशुभ योगों का इलाज भी किया जा सकता है। यदि व्यक्ति को पता हो कि उसकी कुंडली में बुरे योग निर्मित हो रहे हैं तो वह समय रहते हुए उपचार करा सकता है। वैदिक ज्योतिष में 5 ऐसे खतरनाक योग बताए गए हैं जो व्यक्ति के जीवन में परेशानियां ही परेशानियां लेकर आते हैं। इन्हीं अशुभ योगों में से एक का नाम अंगारक दोष बताया गया है।
अंगारक योग (Angarak Yoga in Kundli) कुंडली के अंदर एक बेहद ही खतरनाक योग्य बताया गया है। मंगल और राहु जब एक साथ कुंडली में बैठते हैं तो उस घर के प्रभाव खत्म करते हुए नजर आ जाते हैं मंगल और राहु के कारण व्यक्ति के जीवन में जैसे की तबाही सी होती हुई नजर आ जाती है। मंगल अग्नि तत्व को दिए हुए होता है तो वहीं दूसरी तरफ राहु वायु तत्व से निर्मित बताया गया है जब यह दोनों प्लानेट के साथ मिलते हैं यह विस्फोटक होते हुए नजर आते हैं और वायु के सहयोग से आग बढ़ती हुई नजर आती है और जाती है इस तरीके की संभावना बढ़ जाती है व्यक्ति की कुंडली में यदि अंगारक योग बन रहा है तो वह व्यक्ति बहुत अधिक गुस्सैल होता हुआ नजर आता है नकारात्मक चीजें उसके अंदर अधिक होती है अच्छी चीजों को देखने के बजाय वह हमेशा ही नकारात्मक चीजों की तरफ दिमाग लगाता हुआ नजर आता है किसी भी परिस्थिति में प्रश्न नहीं रह पाता है। मंगल और राहु के कारण अंगारक योग बनता हुआ नजर आता है। मंगल और राहु जब एक साथ कुंडली में बैठते हैं तो उस घर के प्रभाव खत्म करते हुए नजर आ जाते हैं। मंगल और राहु के कारण व्यक्ति के जीवन में जैसेकि तबाही सी मचती हुई नजर आ जाती है। मंगल अग्नि तत्व को लिए हुए होता है तो वहीं दूसरी तरफ राहु वायु तत्व से निर्मित बताया गया है। जब यह दोनों मंगल और राहु के साथ मिलते हैं तब यह विस्फोटक होते हुए नजर आते हैं और राहु के सहयोग से आग बढ़ती हुई नजर आती है। पारिवारिक जीवन में कलेश की संभावना बढ़ जाती है। व्यक्ति की कुंडली में यदि अंगारक योग बन रहा है तो वह व्यक्ति बहुत अधिक गुस्सैल होता हुआ नजर आता है। नकारात्मक चीजें उसके अंदर अधिक होती हैं। अच्छी चीजों को देखने के बजाय वह हमेशा ही नकारात्मक चीजों की तरफ दिमाग लगाता हुआ नजर आता है। किसी भी परिस्थिति में प्रसन्न व्यक्ति नहीं रह पाता है। इसके साथ-साथ यदि अंगारक योग की दृष्टि व्यक्ति की कुंडली में सातवें घर पर पड़ रही होती है तो यह वैवाहिक जीवन को बर्बाद करने का काम करती है।
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अभी ऊपर हमने आपको बताया कि कुंडली में अंगारक योग कैसे निर्मित होता है और किस तरह से यह व्यक्ति को प्रभवित करता हुआ नजर आता है। अब आइए जानते हैं कि राहु जब कुंडली में अन्य ग्रहों के साथ युति बनाते हैं तो किस तरीके के योग निर्मित होते हुए नजर आते हैं और इनका क्या-क्या प्रभाव व्यक्ति पर पड़ता हुआ दिखता है-
राहु और चंद्रमा की युति जब कुंडली में होती है तो इस योग के कारण व्यक्ति को मानसिक परेशानियां बहुत अधिक होने लगती हैं। एक तरीके से चंद्रमा पर ग्रहण लगाता है और चंद्रमा व्यक्ति के मन के ऊपर बहुत अधिक प्रभाव डालता है इसलिए राहु के ग्रहण के कारण व्यक्ति का मानसिक स्तर खराब रहने लगता है।
कुंडली में जब राहु और सूर्य मिलते हैं तो इस योग का नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के कॉन्फिडेंस के ऊपर पड़ता हुआ नजर आता है। सूर्य और राहु की युति से पिता और पुत्र में भारी विवाद होने लगता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब जब राहु और मंगल की युति होती है तब अंगारक योग का निर्माण होता है। इस योग के निर्माण से व्यक्ति को खून संबंधी परेशानियां होने लगती हैं। यह योग भाई के लिए तो खतरनाक होता ही होता है वहीं दूसरी तरफ यह योग व्यक्ति के पारिवारिक और निजी जीवन को भी तबाह करता हुआ नजर आता है।
जब जब राहु और बुध की युति होती है तब व्यक्ति को सिर से संबंधित बीमारियां होने लगती है।
राहु और गुरु ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और गुरु जब कुंडली में मिलते हैं तो यह शुभ और अशुभ दोनों तरीके के फल देते हैं लेकिन राहुल और गुरु के कारण गुरु चांडाल योग का भी निर्माण होता हुआ नजर आता है। आर्थिक समस्याएं व्यक्ति के जीवन में समय बनती हुई नजर आती हैं। व्यक्ति धोखा देता हुआ नजर आता है।
राहु और शुक्र की युति जब कुंडली में बनती है तब शुक्र के अच्छे प्रभाव खत्म होते हुए नजर आ जाते हैं। गलत संगत में व्यक्ति बैठता हुआ नजर आता है और व्यक्ति का वैवाहिक जीवन भी खराब होता हुआ नजर आता है।
जिस व्यक्ति की कुंडली में राहु और शनि की युति होती है वह व्यक्ति गलत तरीके से धन कमाने पर अधिक जोर देता हुआ नजर आता है। गलत तरीके से धन कमाने के कारण ऐसे व्यक्ति के परिवार में कोई ना कोई व्यक्ति बुरी तरीके से बीमार होता हुआ भी नजर आता है।
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