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ब्रह्मा मंदिर, पुष्कर


Thursday, 18 March 2021
ब्रह्मा मंदिर, पुष्कर

ब्रह्मा मंदिर, पुष्कर

 

भारत में ब्रह्मा जी का केवल एक ही मंदिर स्थापित है। जो राजस्थान राज्य के अजमेर जिले  के पुष्कर में है। इस मंदिर में परमपिता ब्रह्मा जी की मूर्ति स्थापित है। मंदिर के निर्माण के बारे में कहा जाता है कि ब्रह्मा जी के मंदिर का निर्माण 14वीं शताब्दी में हुआ था। ब्रह्मा मंदिर बेहद सुंदर है, जो संगमरमर के पत्थरों से निर्मित किया गया है। पूरे भारत में केवल एकमात्र ब्रह्मा मंदिर है। इसके पीछे एक बड़ा कारण है आइए जानते हैं

 

 

पुरे भारत में एक ही ब्रह्मा मंदिर क्यों है

ये तथ्य जानने लायक है कि आखिर पूरे भारत में ब्रह्मा जी का एक ही मंदिर क्यों है। पुराणों के अनुसार कहा जाता है कि ब्रह्मा को मां सरस्वती ने श्राप दिया था कि उनका केवल एक ही मंदिर होगा। हिंदू धर्म ग्रंथ पुराण में कहा गया है कि एक बार ब्रह्मा जी धरती पर ब्रजनाश नामक राक्षक का वध करने के लिए आए। वध करते समय भगवान ब्रह्मा के हाथ से कमल का पुष्प गिर गया और उस स्थान पर सुंदर झील बन गई। उस जगह का नाम पुष्कर पड़ा। तब भगवान ब्रह्मा जी ने पुष्कर में यज्ञ करने का फैसला लिया लेकिन किसी कारणवश उनकी पत्नी सरस्वती यज्ञ में नहीं पहुंच पाई। जिसके बाद ब्रह्मा जी ने गायत्री से विवाह करके यज्ञ करना शुरू कर दिया। जब सरस्वती जी वहां पर पहुंची तो वह क्रोध से भर आई और उन्होंने ब्रह्मा जी को श्राप दे दिया की वो देवता होने के बाद भी कभी नहीं पूजे जाएंगे।

मां सरस्वती को क्रोध में देखकर सभी देवताओं ने उनसे विनती की कि वह अपना श्राप वापस ले लें। लेकिन श्राप कभी वापस नहीं लिया जाता इसलिए मां सरस्वती ने कहा कि सिर्फ पुष्कर में ही ब्रह्मा जी की पूजा की जा सकती है। यदि कोई दूसरा मंदिर बनाया गया तो उसका विनाश हो जाएगा। तभी से भारत में पुष्कर के अलावा कोई भी अन्य मंदिर नहीं है। यही कारण है कि ब्रह्मा जी की पूजा केवल पुष्कर में ही की जाती है।

 

पुष्कर में लगता है भव्य मेला

यहां पर भगवान ब्रह्मा जी के लिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन यज्ञ किया जाता है और हर साल यहां पर एक विशाल मेला मेला लगाया जाता है। इस मेले में लाखों की भक्तों की संख्या में भक्त आते है।

 

 

पुष्कर मंदिर की वास्तुकला

 

पुष्कर मंदिर का निर्माण 14 वीं शताब्दी में पुष्कर नदी के तट पर हुआ। मंदिर के मुख्य द्वार के शीर्ष पर ब्रह्मा जी के वाहन हंस की मूर्ति बनी है। मंदिर के गर्भग्रह में ब्रह्मा जी निवास करते हैं। भगवान ब्रह्मा जी की मूर्ति के पास उनकी पत्नी सरस्वती और दूसरी और गायत्री विराजमान है। मंदिर में संगमरमर से निर्मित के सुंदर कछुआ भी है। इस मंदिर की दीवारों पर मोर और देवी सरस्वती की छवि बनी हुई है। इस मंदिर के अंदर एक चांदी का दरवाजा भी है जो  छोटी गुफा तक ले जाता है। इसमें भगवान शिव का मंदिर है।

 

पुष्कर झील

 

पुष्कर झील भारत के प्रमुख पर्यटक स्थल में शामिल है। इस झील को देखने के लिए भारतीय और विदेशी बड़ी संख्या में आते हैं। यह झील राजस्थान के पुष्कर में अरावली पर्वतमाला के बीच स्थित है। यहां पर 52 स्नान घाट बने हुए हैं और 500 से भी ज्यादा मंदिर से गिरी हुई यह झील है। पुष्कर झील हिंदू धर्म के लोगों के लिए परम पवित्र झील के रूप में मानी गई है। जहां पर भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान करने के लिए आते हैं।

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