कुंडली में यदि प्रेम के योग होते हैं तो उस स्थिति में जातक या प्रेम जीवन (लव लाइफ) अच्छा गुजरता हुआ दिखता है। ग्रह अच्छे हैं तो प्रेम में सफलता मिलती है, प्रेम विवाह होता हुआ दिखता है और प्रेम जीवन में किसी भी तरीके की समस्या नहीं आती है। लव लाइफ को लेकर आज हर लड़का या लड़की काफी चिंतित रहती है या रहते हैं। कुंडली में यदि हम यह देखें कि हमारी लव लाइफ स्ट्रांग है या कमजोर है तो उसकी मदद से भी हम फैसले लेते हुए नजर आ सकते हैं।
प्रेम के बिना जीवन अधूरा होता है। प्रेम के बिना जीवन नीरस और बेकार हो जाता है इसलिए प्रेम का जीवन में बड़ा महत्व बताया गया है। एक अच्छा प्रेम जीवन या एक अच्छी लव लाइफ व्यक्ति को संवार सकती है। कुंडली में प्रेम के योग आपके कैसे हैं आपको एक ना एक बार यह जरूर देख लेना चाहिए या एस्ट्रो ओनली के ज्योतिषाचार्यों से आपको सलाह लेकर जरूर देखनी चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि आपके प्रेम योग वाले ग्रह क्या कहते हैं। तब शायद आप सही फैसला लेते हुए नजर आ सकते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि कुंडली में प्रेम योग को कैसे देखा जा सकता है-
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कुंडली के अंदर ग्रह इस तरफ इशारा करते हुए नजर आते हैं कि प्रेम में सफलता मिलेगी या फिर असफलता मिलती हुई नजर आएगी। प्यार के अंदर सफलता प्राप्त करने के लिए कुंडली में शुक्र का अच्छा होना बहुत जरूरी बताया गया है। शुक्र, चंद्रमा और मंगल यह तीन वह ग्रह बताए गए हैं जो कि आपके प्यार की सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र को स्त्री ग्रह बताया गया है। अच्छी पत्नी या पति, प्रेम संबंध, भोग विलास आदि चीजों के लिए शुक्र को कारक माना जाता रहा है। यदि शुक्र कुंडली में अच्छा है तो जीवन में प्रेम में सफलता मिलती है। यदि शुक्र के ऊपर पापी ग्रहों की दृष्टि है या शुक्र का संबंध किसी भी तरीके से पापी ग्रहों के साथ है तो प्रेम के अंदर संघर्ष करना पड़ता है।
एस्ट्रो ओनली के ज्योतिषाचार्य के अनुसार जब जातक की कुंडली में शुक्र और मंगल का योग बन जाता है या यह दोनों ग्रह आपस में दृष्टि संबंध भी बना रहे होते हैं तो ऐसी स्थिति में आपके जीवन में प्यार की बहार आती हुई दिख सकती है। इसके साथ साथ पंचम और सप्तम भाव के स्वामी यदि एक साथ बैठे हुए हैं यह स्थिति भी प्रेम जीवन के लिए बहुत अच्छी बताई गई है। इस स्थिति में आपको प्यार और प्रेम में सफलता मिलने की संभावना अधिक होती है। यदि शुक्र की दृष्टि पंचम भाव पर पड़ रही हो और यहां पर चंद्रमा भी मौजूद हो तो इस दशा में प्यार में सफलता मिलती है और प्रेम शादी होती हुई दिख सकती है। पंचमेश और एकादश स्वामी एक साथ बैठना भी कुंडली में प्रेम योग दिखाता है।
लेकिन कुछ कुंडली में स्थिति ऐसी भी होती हैं जिनके अंदर प्रेम की स्थिति अच्छी नहीं होती है। ऊपर बताई गई सभी शर्तें प्रेम जीवन के लिए अच्छी बोली गई है लेकिन अब कुछ ऐसी स्थिति के बारे में बात करते हैं जो कि प्रेम जीवन यानी की लव लाइफ को बर्बाद करती हुई नजर आती हैं। एस्ट्रो ओनली के ज्योतिषाचार्यों के अनुसार पाप ग्रहों की दृष्टि के कारण ऐसा होता है। जैसे कि कुंडली में यदि शुक्र और मंगल एक साथ हैं तो यह योग प्रेम योग तो बनता है किंतु उसके ऊपर शनि की दृष्टि आ जाए तो प्रेम संबंध या प्रेम जीवन तबाह हो जाता है। ऐसे में प्रेम विवाह संबंध भी बिखर जाते हैं। ऐसे ही चंद्रमा और शुक्र की युति अगर कुंडली में बन रही है तो यह प्रेम जीवन के लिए अच्छा है किंतु उसी समय ऊपर शनि की दृष्टि पड़ जाए तो यह योग जीवन को बर्बाद करता है और बार-बार ब्रेकअप जैसी स्थितियां उत्पन्न होती हैं।
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