प्रीमियम ज्योतिषियों से बात करें
अभी कॉल करे

माँ कालरात्रि - नवरात्र का सातवाँ दिन माँ दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा विधि - Astroonly.com


Saturday, 09 October 2021
Maa Kalaratri

 Navratri 2021 Day 7 : नवरात्रि के सातवें दिन माता कालरात्रि की पूजा की जाती है

 

नवरात्रि के सातवें दिन माता कालरात्रि की पूजा विधि की जाती है। ऐसी मान्यता है कि माता की पूजा करने से व्यक्ति को उसके हर पाप से मुक्ति मिल जाती हैं। तो वही साथ-साथ उनके शत्रुओं का नाश हो जाता है। माता को कालरात्रि इसलिए भी कहा जाता है। क्योंकि इनका रंग काला और इनके 3 नेत्र है। मां के हाथ में खड्ग और कांटा है। मां का वाहन गधा है। माता का स्वरूप देखने में बहुत ही आक्रमण प्रभावित करने वाला है। तो चलिए जानते हैं। नवरात्रि के सातवें दिन माता कालरात्रि की पूजा विधि कैसे की जाती है।

 

मां कालरात्रि की इस तरह करें पूजा: Maa kalaratri Puja vidhi

 

नवरात्रि के सातवें दिन श्रद्धालु भक्तों को इस दिन सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए और अपने सभी नित्य कर्मों से फ्री होकर स्नान आदि करके फिर माता की पूजा आरंभ करें। सर्वप्रथम गणेश जी की आराधना करें और फिर सभी कलश  के देवताओं की विधिवत पूजा करें इसके बाद माता को अक्षत, धूप, रातरानी के पुष्प, गंध, रोली, चंदन अर्पित करें। और फिर पान सुपारी मां को चढ़ाएं दीया कपूर जलाकर माता की आरती आरंभ करें और माता की कथा सुने।

 

माता कालरात्रि कथा : Devi kalaratri katha

 

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार एक बार जब कैलाश पर्वत पर मां पार्वती अनुपस्थिति उस समय दुर्गासुर नाम का राक्षस कैलाश पर्वत पर हमला करने की कोशिश कर रहा था  उस समय उस राक्षस का वध करने के लिए माता पार्वती ने अपने कालरात्रि स्वरूप को भेजा उस समय ही मां कालरात्रि का उत्पन्न हुआ था। उस युद्ध के दरमियान राक्षस का कद बहुत विशाल काय होता जा रहा था तब माता देवी ने खुद को बहुत ही शक्तिशाली बनाया और वस्त्रों सुसज्जित हुईं और फिर उन्होंने दुर्गासुर को मार गिराया इसी कारण दुर्गा भी कहा जाता है। 

 

मां कालरात्रि की आरती: Mata kalaratri Aarti

 

 काल के मुंह से बचाने वाली

दुष्ट संहारिणी नाम तुम्हारा

महा चंडी तेरा अवतारा

पृथ्वी और आकाश पर सारा

महाकाली है तेरा पसारा

खंडा खप्पर रखने वाली

दुष्टों का लहू चखने वाली

कलकत्ता स्थान तुम्हारा

सब जगह देखूं तेरा नजारा

सभी देवता सब नर नारी

गावे स्तुति सभी तुम्हारी

रक्तदंता और अन्नपूर्णा

कृपा करे तो कोई भी दुःख ना

ना कोई चिंता रहे ना बीमारी

ना कोई गम ना संकट भारी

उस पर कभी कष्ट ना आवे

महाकाली मां जिसे बचावे

तू भी ‘भक्त’ प्रेम से कह

कालरात्रि मां तेरी जय

 

बीज मंत्र: kalaratri Beej Mantra

 

ॐ देवी कालरात्र्यै नमः’

 

माता कालरात्रि स्तुति: Mata kalaratri Stuti

 

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कालरात्रि रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

 

माता कालरात्रि प्रार्थना मंत्र: maa kalaratri Prarthna Mantra

 

एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।

लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्त शरीरिणी॥

वामपादोल्लसल्लोह लताकण्टकभूषणा।

वर्धन मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥

लेख श्रेणियाँ

Banner1
Banner1

ज्योतिष सेवाएँ आपकी चिंताएँ यहीं समाप्त होती हैं
अब विशेषज्ञों से बात करे @ +91 9899 900 296

Astro Only Logo

ज्योतिष के क्षेत्र में शानदार सेवाओं के कारण एस्ट्रो ओनली एक तेजी से प्रगतिशील नाम है। एस्ट्रो केवल ज्योतिष के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन लोकप्रियता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। प्रामाणिक और सटीक भविष्यवाणियों और अन्य सेवाओं के कारण इस क्षेत्र में हमारा ब्रांड प्रमुख होता जा रहा है। आपकी संतुष्टि हमारा उद्देश्य है। अपने जीवन में सकारात्मकता और उत्साह को बढ़ाकर आपकी सेवा करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। ज्योतिष के मूल्यवान ज्ञान की मदद से हमें आपकी सेवा करने का मौका मिलने पर खुशी होगी।

PayTM PayU Paypal
whatsapp