नामकरण मुहूर्त 2021
मनुष्य के लिए नाम बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। शास्त्र कहते हैं कि नाम का प्रभाव बच्चों पर पड़ता है। जैसा नाम होता है बच्चों का स्वभाव भी उसी प्रकार होता है। इसके अलावा भी नाम का बहुत महत्व मनुष्य के जीवन में होता है। हिन्दू धर्मशास्त्रों में नामकरण के लिए एक विशेष मुहूर्त का जिक्र किया गया है और माना जाता है कि सभी बच्चों का नामकरण उसके जन्म के अनुसार निकलने वाले विशेष मुहूर्त में ही रखा जाए। इतना ही नहीं नामकरण के रीति-रिवाजों को हमेशा ही बुजुर्गों के प्रत्यक्ष हस्तक्षेप से करना चाहिए। इस मौके पर बुजुर्गों से प्राप्त आशीर्वाद बच्चों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है। हमारा और हमारे बच्चों की पहचान नाम से ही होती है। ऐसे में नाम का चुनाव या नामकरण बिना मुहूर्त के रखन अशुभ माना जाता है।
नामकरण का शुभ मुहूर्त
दिनांक |
आरंभ काल |
समाप्ति काल |
शुक्रवार, 01 जनवरी |
7:13:55 |
20:15:21 |
सोमवार, 04 जनवरी |
19:17:10 |
31:14:38 |
बुधवार, 06 जनवरी |
7:14:57 |
26:08:44 |
शुक्रवार, 08 जनवरी |
7:15:10 |
14:13:06 |
बुधवार, 13 जनवरी |
10:31:38 |
31:15:17 |
गुरुवार, 14 जनवरी |
7:15:13 |
29:04:47 |
सोमवार, 18 जनवरी |
7:43:22 |
31:14:43 |
बुधवार, 20 जनवरी |
7:14:18 |
31:14:19 |
गुरुवार, 21 जनवरी |
7:14:04 |
15:36:32 |
रविवार, 24 जनवरी |
7:13:10 |
31:13:10 |
सोमवार, 25 जनवरी |
7:12:49 |
25:55:40 |
गुरुवार, 28 जनवरी |
7:11:37 |
27:50:37 |
सोमवार, 01 फरवरी |
18:26:27 |
31:09:40 |
बुधवार, 03 फरवरी |
7:08:32 |
31:08:32 |
गुरुवार, 04 फरवरी |
7:07:57 |
19:45:40 |
शुक्रवार, 12 फरवरी |
14:23:48 |
31:02:25 |
रविवार, 14 फरवरी |
16:33:25 |
26:01:00 |
बुधवार, 17 फरवरी |
6:58:20 |
23:49:14 |
रविवार, 21 फरवरी |
15:43:44 |
30:54:45 |
सोमवार, 22 फरवरी |
6:53:49 |
10:58:12 |
बुधवार, 24 फरवरी |
13:17:52 |
30:51:54 |
गुरुवार, 25 फरवरी |
6:50:55 |
13:17:57 |
रविवार, 28 फरवरी |
9:36:11 |
30:47:56 |
सोमवार, 01 मार्च |
6:46:55 |
30:46:55 |
बुधवार, 03 मार्च |
6:44:49 |
25:36:21 |
गुरुवार, 04 मार्च |
23:58:04 |
30:43:46 |
शुक्रवार, 05 मार्च |
6:42:42 |
22:38:16 |
सोमवार, 08 मार्च |
20:40:40 |
30:39:26 |
बुधवार, 10 मार्च |
6:37:14 |
21:03:03 |
रविवार, 14 मार्च |
6:32:44 |
30:32:44 |
सोमवार, 15 मार्च |
6:31:35 |
30:31:36 |
शुक्रवार, 19 मार्च |
13:44:39 |
30:26:59 |
रविवार, 21 मार्च |
6:24:41 |
19:24:49 |
बुधवार, 24 मार्च |
6:21:12 |
23:13:07 |
रविवार, 28 मार्च |
6:16:32 |
30:16:32 |
सोमवार, 29 मार्च |
6:15:24 |
30:15:24 |
गुरुवार, 01 अप्रैल |
11:02:16 |
30:11:55 |
गुरुवार, 08 अप्रैल |
6:03:57 |
28:57:44 |
सोमवार, 12 अप्रैल |
8:02:25 |
29:59:32 |
शुक्रवार, 16 अप्रैल |
18:07:38 |
29:55:16 |
रविवार, 25 अप्रैल |
5:46:15 |
16:15:08 |
सोमवार, 26 अप्रैल |
12:46:12 |
29:45:20 |
बुधवार, 28 अप्रैल |
17:13:39 |
29:43:30 |
गुरुवार, 29 अप्रैल |
5:42:35 |
14:30:21 |
रविवार, 02 मई |
8:59:40 |
29:40:01 |
सोमवार, 03 मई |
5:39:10 |
29:39:10 |
बुधवार, 05 मई |
13:24:03 |
29:37:35 |
गुरुवार, 06 मई |
5:36:47 |
10:32:38 |
शुक्रवार, 07 मई |
12:26:37 |
29:36:01 |
रविवार, 09 मई |
5:34:34 |
19:32:57 |
गुरुवार, 13 मई |
5:31:52 |
29:31:52 |
शुक्रवार, 14 मई |
5:31:14 |
29:31:14 |
सोमवार, 17 मई |
13:22:00 |
29:29:28 |
शुक्रवार, 21 मई |
15:23:24 |
29:27:26 |
रविवार, 23 मई |
5:26:32 |
29:26:32 |
सोमवार, 24 मई |
5:26:08 |
24:13:15 |
बुधवार, 26 मई |
5:25:23 |
25:16:10 |
रविवार, 30 मई |
5:24:07 |
29:24:07 |
सोमवार, 31 मई |
5:23:52 |
16:02:01 |
बुधवार, 02 जून |
5:23:25 |
17:00:07 |
शुक्रवार, 04 जून |
5:23:05 |
29:23:05 |
रविवार, 06 जून |
5:22:48 |
26:28:00 |
गुरुवार, 10 जून |
16:24:10 |
29:22:34 |
शुक्रवार, 11 जून |
5:22:34 |
14:30:41 |
गुरुवार, 17 जून |
22:13:52 |
29:22:57 |
शुक्रवार, 18 जून |
5:23:06 |
20:41:29 |
रविवार, 20 जून |
5:23:25 |
29:23:25 |
सोमवार, 21 जून |
5:23:36 |
16:46:09 |
रविवार, 27 जून |
5:25:09 |
15:56:19 |
गुरुवार, 01 जुलाई |
5:26:31 |
29:26:31 |
शुक्रवार, 02 जुलाई |
5:26:52 |
15:31:08 |
बुधवार, 07 जुलाई |
5:28:57 |
27:23:00 |
रविवार, 11 जुलाई |
5:30:48 |
26:22:17 |
गुरुवार, 15 जुलाई |
5:32:47 |
29:32:46 |
शुक्रवार, 16 जुलाई |
5:33:17 |
29:33:17 |
सोमवार, 19 जुलाई |
22:27:30 |
29:34:52 |
शुक्रवार, 23 जुलाई |
14:26:15 |
29:37:02 |
रविवार, 25 जुलाई |
5:38:09 |
11:18:06 |
सोमवार, 26 जुलाई |
10:26:48 |
26:56:47 |
बुधवार, 28 जुलाई |
10:45:51 |
29:39:50 |
गुरुवार, 29 जुलाई |
5:40:24 |
29:40:23 |
शुक्रवार, 30 जुलाई |
5:40:58 |
29:40:58 |
बुधवार, 04 अगस्त |
5:43:48 |
28:25:29 |
बुधवार, 11 अगस्त |
9:32:27 |
16:56:07 |
गुरुवार, 12 अगस्त |
15:27:01 |
29:48:15 |
शुक्रवार, 13 अगस्त |
5:48:49 |
29:48:49 |
गुरुवार, 19 अगस्त |
22:42:27 |
29:52:04 |
शुक्रवार, 20 अगस्त |
5:52:36 |
20:52:08 |
रविवार, 22 अगस्त |
19:39:54 |
29:53:39 |
सोमवार, 23 अगस्त |
5:54:10 |
19:26:27 |
बुधवार, 25 अगस्त |
5:55:13 |
16:21:00 |
गुरुवार, 26 अगस्त |
17:16:26 |
29:55:43 |
शुक्रवार, 27 अगस्त |
5:56:15 |
24:47:57 |
सोमवार, 30 अगस्त |
6:39:32 |
26:02:32 |
बुधवार, 01 सितंबर |
5:58:47 |
12:35:07 |
शुक्रवार, 03 सितंबर |
16:42:12 |
29:59:46 |
बुधवार, 08 सितंबर |
6:02:15 |
30:02:15 |
गुरुवार, 09 सितंबर |
6:02:45 |
24:20:20 |
रविवार, 12 सितंबर |
9:50:41 |
30:04:13 |
गुरुवार, 16 सितंबर |
6:06:11 |
30:06:11 |
शुक्रवार, 17 सितंबर |
6:06:39 |
27:36:19 |
बुधवार, 22 सितंबर |
6:09:07 |
30:09:07 |
गुरुवार, 23 सितंबर |
6:09:38 |
30:09:37 |
रविवार, 26 सितंबर |
14:33:34 |
30:11:09 |
सोमवार, 27 सितंबर |
6:11:39 |
30:11:39 |
शुक्रवार, 01 अक्टूबर |
6:13:44 |
26:57:55 |
बुधवार, 06 अक्टूबर |
16:37:19 |
30:16:24 |
गुरुवार, 07 अक्टूबर |
6:16:56 |
30:16:56 |
शुक्रवार, 08 अक्टूबर |
6:17:30 |
18:59:55 |
रविवार, 10 अक्टूबर |
6:18:37 |
14:44:31 |
बुधवार, 13 अक्टूबर |
10:19:34 |
20:09:56 |
गुरुवार, 14 अक्टूबर |
18:54:40 |
30:20:57 |
सोमवार, 18 अक्टूबर |
10:50:13 |
18:09:56 |
बुधवार, 20 अक्टूबर |
6:24:37 |
30:24:37 |
गुरुवार, 21 अक्टूबर |
6:25:16 |
16:17:46 |
सोमवार, 25 अक्टूबर |
6:27:51 |
28:11:09 |
गुरुवार, 28 अक्टूबर |
9:41:35 |
30:29:54 |
शुक्रवार, 29 अक्टूबर |
6:30:35 |
11:38:47 |
सोमवार, 01 नवंबर |
12:53:28 |
30:32:42 |
शुक्रवार, 05 नवंबर |
26:23:52 |
30:35:38 |
बुधवार, 10 नवंबर |
6:39:23 |
30:39:23 |
गुरुवार, 11 नवंबर |
6:40:10 |
14:59:22 |
रविवार, 14 नवंबर |
16:31:59 |
30:42:30 |
सोमवार, 15 नवंबर |
6:43:17 |
30:43:18 |
रविवार, 21 नवंबर |
6:48:03 |
30:48:04 |
बुधवार, 24 नवंबर |
16:29:25 |
30:50:28 |
गुरुवार, 25 नवंबर |
6:51:16 |
18:49:34 |
सोमवार, 29 नवंबर |
6:54:25 |
30:54:25 |
बुधवार, 01 दिसंबर |
6:55:59 |
30:55:58 |
गुरुवार, 02 दिसंबर |
6:56:44 |
16:28:20 |
बुधवार, 08 दिसंबर |
7:01:13 |
22:40:04 |
गुरुवार, 09 दिसंबर |
21:51:06 |
31:01:55 |
शुक्रवार, 10 दिसंबर |
7:02:36 |
21:48:36 |
रविवार, 12 दिसंबर |
20:05:19 |
31:03:58 |
सोमवार, 13 दिसंबर |
7:04:38 |
31:04:39 |
रविवार, 19 दिसंबर |
7:08:17 |
16:52:19 |
बुधवार, 22 दिसंबर |
7:09:52 |
16:54:54 |
रविवार, 26 दिसंबर |
7:11:43 |
31:11:43 |
सोमवार, 27 दिसंबर |
7:12:07 |
19:31:33 |
बुधवार, 29 दिसंबर |
7:12:50 |
26:39:12 |
गुरुवार, 30 दिसंबर |
24:34:34 |
31:13:11 |
शुक्रवार, 31 दिसंबर |
7:13:29 |
22:04:40 |
नामकरण मुहर्त का महत्व
नामकरण को हिंदु धर्म के 16 संस्कारों में से एक माना जाता है। नाम का कितना महत्व है यह अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि घर-परिवार हो या कार्यालय, समाज हो या विश्व, अपने हो या पराये, हर जगह नाम ही किसी व्यक्ति की पहचान होती है। हिन्दू धर्म में जन्म के ग्यारवें या बाहरवें दिन ही बच्चें का शुभ मुहूर्त निकालकर नामकरण करना चाहिए तथा इससे पहले किसी भी नाम से उसे नहीं पुकारा जाना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार बच्चों के दो नाम रखने चाहिए जिसमें एक वह नाम जिसे बच्चों को पहचाना जाता है और दूसरा वह जिसे गुप्त रखा जाता है।
नामकरण संस्कार मुहर्त का लाभ
हिंदू धर्म में नामकरण को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इसलिए नामकरण करने में पूर्ण ज्योतिष प्रक्रिया को पूर्ण कर ही नामकरण करना चाहिए क्योंकि इसका प्रभाव जीवन के दौरान तथा जीवन के उपरांत रहता है-
जन्म के उपरांत दशवें दिन बच्चे का शुद्धिकरण यज्ञ करना चाहिए।
नामकरण बच्चों के सूतक के अवधि को समाप्त हो जाने के पश्चात ही करना चाहिए।
नामकरण के लिए जन्म के बाद ग्यारवें, बारहवें दिन का चुनाव करना सबसे लाभकारी माना जाता है।
चतुर्थी, नवमी और चतुर्दशी के साथ-साथ अवमस्या पर भी इस विशेष कार्य को नहीं करना चाहिए।
नामकरण के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार, और शुक्रवार का दिन सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
जन्म के नक्षत्रों को ध्यान में रखकर ही बच्चों का नामकरण का नक्षत्र का चुनाव किया जाता है।
नक्षत्रों में नामकरण करना बहुत शुभ माना जाता है। जिन नक्षत्रों को शुभ माना जाता है वह है- अश्वनी, शतभिषा, स्वाति, चित्रा, रेवती, हस्त, पुष्य, रोहिणी, मृगशिरा और अनुराधा, उत्तराषाढ़ा, उत्तराफ़ाल्गुनी, उत्तराभाद्रपद और श्रवण।
कुल परम्परा के अनुरुप भी बच्चों के नामकरण का समय तय किया जा सकता है।
शुभ मुंडन से संबंधित ध्यान रखने वाली महत्वपूर्ण जानकारी
जन्म के तीसरे, पांचवे या सातवे वर्ष में से किसी वर्ष में बच्चों का मुंडन कर देना चाहिए।
जन्म लेने वाले शिशु का मुंडन आषाढ़, माघ और फाल्गुन महीने में कराना चाहिए।
चैत्र, वैशाख और ज्येष्ठ माह में मुंडन कराने से बचना चाहिए। इन माह में हिन्दू धर्म के अनुसार मुंडन को निषेध माना गया है।
बच्चों के मुंडन के लिए द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी ऐसे किसी एक दिन का चयन कर मुंडन करवाना चाहिए।
ऐसे निकाले नामकरण का शुभ मुहूर्त
वैसे तो किसी पंडित जी की सहायता से ही शुभ मुहूर्त निकालना उचित होता है लेकिन तकनीक के इस दौर में आप बेवसाइट या एप्लिकेश की सहायता से शुभ मुहूर्त से निकाला जा सकता है।
ज्योतिष के क्षेत्र में शानदार सेवाओं के कारण एस्ट्रो ओनली एक तेजी से प्रगतिशील नाम है। एस्ट्रो केवल ज्योतिष के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन लोकप्रियता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। प्रामाणिक और सटीक भविष्यवाणियों और अन्य सेवाओं के कारण इस क्षेत्र में हमारा ब्रांड प्रमुख होता जा रहा है। आपकी संतुष्टि हमारा उद्देश्य है। अपने जीवन में सकारात्मकता और उत्साह को बढ़ाकर आपकी सेवा करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। ज्योतिष के मूल्यवान ज्ञान की मदद से हमें आपकी सेवा करने का मौका मिलने पर खुशी होगी।