विघ्न बाधा दूर करने का गणेश मंत्र : Ganesh Mantra For Hurdles
भगवान गणेश के बारे में ऐसा बोला गया है कि भगवान गणेश की पूजा सर्वप्रथम करने से ही पूजा कार्य संपन्न होता है। भगवान गणेश की कृपा अगर किसी जातक पर हो जाए तो उस व्यक्ति के जीवन से सभी तरीके के दुख दर्द व विभिन्न तरीके की जो भी समस्या जीवन में आ रही होती हैं उनका अंत हो जाता है। भगवान गणेश को अति दयालु व परोपकारी देव बोला गया है। थोड़ी सी पूजा से ही भगवान गणेश कृपा करने लगते हैं। भगवान शिव के पुत्र गणेश सभी देवों में अति तुल्य वह पूजनीय है। भगवान गणेश की सबसे बड़ी महिमा यही है कि कोई भी जातक चाहे वह किसी भी लग्न का हो, किसी भी राशि का हो या किसी जातक के जीवन में कोई भी ग्रह क्यों ना बिगड़ा हो वह यदि गणेश भगवान की पूजा करता है तो गणेश भगवान की पूजा करने से सभी देव और ग्रह जातक के पक्ष में आते हुए नजर आते हैं। यही गणेश जी की महिमा है, इसीलिए भगवान गणेश को परोपकारी देव की श्रेणी में रखा गया है।
भगवान गणेश विघ्न-बाधा दूर करने वाले देव बोले गए हैं। जीवन में किसी भी तरीके की बाधाएं आ रही हो चाहे वह धन से संबंधित हो, शिक्षा से संबंधित हो, परिवार में सुख समृद्धि नहीं आ पा रही हो, व्यवसाय में वृद्धि नहीं हो रही हो या फिर जातक का स्वास्थ्य बहुत खराब रहता हो तो गणेश जी सब दुःख हर लेते हैं। इसलिए इन्हे विघ्नहर्ता के नाम से भी बुलाते हैं।
ऐसे जातक जिनके जीवन में लगातार निराशा-हताशा बनी हुई है या जो जातक मानसिक रूप से काफी परेशान रहते हैं बहुत अधिक कार्य करने के बाद भी यदि जीवन में समृद्धि नहीं आ रही है और हर काम में विघ्न बाधा लगी हुई है तो जातक को निम्न उपाय करने से निश्चित रूप से लाभ पहुंचता हुआ नजर आ सकता है।
विघ्न बाधा दूर करने का गणेश मंत्र : Ganesh Mantra For Hurdles
कोई भी शुभ मुहूर्त या फिर शुभ दिन देखकर घर में गणेश यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। श्री गणेश यंत्र बेहद ही लाभदायक यंत्र है जिसके घर में स्थापित होने से घर में सभी तरीके की नकारात्मक शक्तियां बाहर निकलने लगती हैं। जातक के जीवन में खुशियां खुशहाली आने लगती है। यंत्र स्थापित करने के बाद, मंत्रों के द्वारा उसे यंत्र को शक्ति प्रदान की जाती है। मंत्रों के बिना कोई भी यंत्र कार्य नहीं कर सकता है, यह ज्ञान सदैव अपने साथ रखें। जब घर में गणेश यंत्र स्थापित हो जाए तो मंत्रों के द्वारा उस यंत्र को शक्ति प्रदान करनी चाहिए जिससे कि पंचोपचार अथवा षोडशोपचार बोला जाता है। ” ऊँ गं गणपतये नम:” मंत्र का एक लाख बार जाप करना चाहिए। जैसे ही आप एक लाख बार इस मंत्र का उच्चारण पूरा करेंगे तो आप देखेंगे कि धीमे धीमे आगामी दिनों में आपके जीवन से विघ्न बाधा दूर होने लगी हैं। आप यदि एक लाख बार एक साथ बैठकर मंत्र का उच्चारण नहीं कर पा रहे हैं तो प्रतिदिन कम से कम 500 या फिर कम से कम 1000 बार “ऊँ गं गणपतये नम:” मंत्र का उच्चारण करें। नित्य रोज भगवान गणेश की पूजा करने से और इस मंत्र का जाप करने से निश्चित रूप से आपके जीवन से सभी समस्याएं खत्म होती नजर आएंगी। आपके जीवन में खुशियां आने लगेंगी। आपके स्वास्थ्य में सुधार होने लगेगा। इतना ही नहीं, घर में जो भी क्लेश रहते थे वह खत्म होने लगेंगे। घर के लोग एक साथ बैठकर सुख-दुख की बात करने लगेंगे।
“ऊँ गं गणपतये नम:” इस मंत्र का जाप आप नित्य रोज करें। आसान सा दिखने वाला यह मंत्र निश्चित रूप से एक बड़ा मंत्र है जो कि जातक के लिए वज्र जैसा काम करेगा और जातक के जीवन से सभी तरीके के दुखों का खात्मा करेगा।
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