प्रीमियम ज्योतिषियों से बात करें
अभी कॉल करे

शिरडी के साईं बाबा


Friday, 19 March 2021
शिरडी के साईं बाबा

शिरडी के साईं बाबा

 

शिरडी वाले साईं बाबा के मंदिर में हर धर्म के लोग जाते हैं। ये मंदिर धर्म की एकता सबसे बड़ा प्रतीक है। साईं बाबा का मंदिर महाराष्ट्र के अहमदाबाद जिले में स्थित है। ये एक धार्मिक पवित्र स्थल है। आइए जानते हैं साईं बाबा के जीवन और विशाल मंदिर के बारे में

 

साईं बाबा का जीवन

 

साईँ बाबा का वास्तविक नाम और जन्म स्थान किसी को भी मालूम नहीं है। माना जाता है कि शिरडी के साईं बाबा का जन्म 28 सितंबर 1838 को हुआ था। 16 साल की उम्र में साईं बाबा महाराष्ट्र की अहमदाबाद नगर के शिरडी गांव में आए थे। जहां उन्होंने एक नीम के पेड़ के नीचे अपना आसन लगाया और कठिन तपस्या में लीन हो गई। साईं बाबा ने अपना जीवन बड़ी कठिनाई से व्यतीत किया। उन्होंने दीक्षा मांग कर अपना जीवन चलाया और लोगों की हर तरह से सहायता की। माना जाता है कि साईं बाबा ने एक घुनी जलाई थी और उसकी राख के चमत्कार से भयानक से भयानक रोग समाप्त हो जाते थे। साईं बाबा की धुनी लेने के लिए लोग दूर-दूर से आते थे। इस तरह से साईं बाबा भक्तों के संकट दूर करने लगे और वो विख्यात हो गए। साईं बाबा की शिरडी कर्म स्थली कही गई है। 1918 में इसी जगह पर  साईं बाबा की मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद साई बाबा की समाधि बनाई गई।

 

शिरडी के साईं बाबा का मंदिर

साईं बाबा के मंदिर का निर्माण 1922 में कराया गया था। मंदिर समाधि के ऊपर बनाया गया है। साईं बाबा का मंदिर भव्य और चमत्कारी है। मंदिर में साईं बाबा की विशाल मूर्ति है। यहां पर लाखों की संख्या में हर धर्म के लोग आकर शीश झुकाते हैं।

 

साईं बाबा के दर्शन का समय

 

साईं बाबा के मंदिर सुबह 4:00 बजे खोला जाता है और 5:00 बजे आरती होती है। जिसके बाद 5. 40 पर श्रद्धालु दर्शन करना शुरू कर देते हैं। जो दिन भर चलता रहता है। शाम को सूर्यअस्त के बाद साईं बाबा की संध्या आरती की जाती है और रात के 10:00 बजे के बाबा की अंतिम आरती होती है। जिसके बाद मंदिर को बंद कर दिया जाता है।

 

साईं बाबा मंदिर का रिकॉर्ड चढ़ावा

 

 साईं बाबा की समाधि पर हर रोज रिकॉर्ड तोड़ चढ़ावा चढ़ता है। जिससे मंदिर हमेशा खबरों में बना रहता। 2011 के आकलन के अनुसार माना जाता है कि यहां अरबों रुपए चढ़ावा चढ़ाया गया हैं। मंदिर में श्रद्धालु साईं बाबा पर सोने का मुकुट, सोने का सिंहासन और सोने, चांदी के बेशकीमती आभूषण चढ़ाते हैं। इतना ही नहीं गुप्त दान में करोड़ों की संपत्ति चढ़ती है। यहीं कारण है कि साईं बाबा का मंदिर अमीर मंदिरों में गिना जाता है।

 

साईं बाबा : सबका मालिक एक

 

बाबा ने हमेशा लोगों की भलाई के लिए ही काम किया था। उन्होंने जाति, धर्म, समुदाय से हटकर सब को आपसी मतभेद दूर करने की सलाह दी और प्रेम और सद्भावना को बढ़ावा दिया। उनका कहना था कि सबका मालिक एक। साईंबाबा का मानना था कि भगवान एक ही है। उन्होंने सबसे बड़ी शिक्षा और संदेश यह ही दिया। साईं बाबा ने एक फकीर बनकर अपना जीवन व्यतीत किया। लोगों में मानवता के प्रति सम्मान का भाव पैदा करने के लिए साईं बाबा ने अपने पूरा जीवन लगा दिया। साईं बाबा यही शिक्षा देते हैं कि सदैव अपने माता-पिता बुजुर्गों और गुरुजनों का सम्मान करना चाहिए। उनका कहना था कि बुजुर्ग भगवान के समान होते हैं जिससे वह आशीर्वाद देकर हमारी सभी मुश्किलों को दूर कर देते हैं।

लेख श्रेणियाँ

Banner1
Banner1

ज्योतिष सेवाएँ आपकी चिंताएँ यहीं समाप्त होती हैं
अब विशेषज्ञों से बात करे @ +91 9899 900 296

Astro Only Logo

ज्योतिष के क्षेत्र में शानदार सेवाओं के कारण एस्ट्रो ओनली एक तेजी से प्रगतिशील नाम है। एस्ट्रो केवल ज्योतिष के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन लोकप्रियता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। प्रामाणिक और सटीक भविष्यवाणियों और अन्य सेवाओं के कारण इस क्षेत्र में हमारा ब्रांड प्रमुख होता जा रहा है। आपकी संतुष्टि हमारा उद्देश्य है। अपने जीवन में सकारात्मकता और उत्साह को बढ़ाकर आपकी सेवा करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। ज्योतिष के मूल्यवान ज्ञान की मदद से हमें आपकी सेवा करने का मौका मिलने पर खुशी होगी।

PayTM PayU Paypal
whatsapp