प्रीमियम ज्योतिषियों से बात करें
अभी कॉल करे

कुंडली मिलान


Kundaliविवाह से पहले कन्या व पुरुष जातक की कुंडली का मिलाना कोई नई बात नहीं है यह सदियों से ही चलता हुआ आ रहा है। कुंडली की मदद से बड़ी आसानी से यह जाना जाता है कि जिन जातकों के विवाह की बात चल रही है क्या उनका विवाह बिना किसी परेशानी या दिक्कत के सुख पूर्वक चलता रहेगा या उनके विवाह में दिक्कतें उत्पन्न होंगी अथवा विवाह के बाद उनके जीवन में इन जातकों को या फिर जातकों से जुड़े हुए लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा इन सब बातों के बारे में कुंडली मिलान के समय ही जान लिया जाता है। कुंडली मिलान बड़ी आसानी से ग्रहों के द्वारा यह बता देती है कि जिन जो दो जातकों का मिलान किया जा रहा है उन दोनों की कुंडली को कितने अंक दिए गए हैं तो क्या यह शादी सही तरीके से संपन्न होगी, क्या जिन जातकों का विवाह किया जा रहा है वह जातक भविष्य में स्वस्थ रहते हुए सुखी जीवन बिता पाएंगे या भविष्य में इन जातकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा? कुंडली मिलान की मदद से बहुत सी समस्याओं के बारे में पहले ही समझ लिया जाता है। आज वैज्ञानिक समय में बेशक ऐसा बोला जाता है कि यह परंपरा काफी रूढ़िवादी परंपरा है लेकिन व्यवहारिक रूप से और वैज्ञानिक दोनों ही तरीकों से कुंडली मिलान को सही ठहराया जा सकता है।

दो जातकों की कुंडली मिलाने पर यदि कुंडली नहीं मिले तो इसका मतलब यही होता है कि जातक भविष्य में बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर सकते हैं या फिर जातकों का जो आचरण है वह एक दूसरे के विरुद्ध है, जातक भविष्य में कलेश करते हुए दिखेंगे या फिर जातकों की शादी के बाद दोनों के बीच में ही विवाद होते हुए नजर आएंगे। इन सब सवालों के जवाब जातकों के कुंडली मिलान करने पर बड़ी आसानी से प्राप्त हो जाते हैं। कुंडली मिलान करने से इस बात का ज्ञान हो जाता है कि जातक एक दूसरे के योग्य हैं या नहीं है। यदि जातक योग्य नहीं है तो यह शादी भविष्य में समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं और तब उस स्थिति में जातक अलगाव जैसी स्थिति में पहुंच सकते हैं। कुंडली मिलान करके जातकों के जीवन के लिए, एक तरीके से यह एक अच्छी सकारात्मक व्यवस्था बोली जा सकती है। भविष्य में जिन समस्याओं का सामना करना पड़ेगा उनका यदि समय से पहले ही पता चल जाता है तो बेहतर यही होगा कि दोनों विवाह ना करें । इसके बावजूद भी यदि विवाह किया जाएगा तो दिक्कतों का सामना किया जा सकता है।

विवाह के लिए मुफ्त कुंडली मिलान

रिपोर्ट के लिए यहां क्लिक करें

Enter Boy's Details

Enter Girl's Details

ऑनलाइन कुंडली मिलान / राशिफल मिलान

कुंडली मिलान में गुण मिलान क्या होता है?

कुंडली मिलान के समय जो सबसे अधिक महत्वपूर्ण बातों पर गौर किया जाता हैं कि जातकों के कितने गुण मिलते हैं,इसी को गुण मिलान भी बोला जाता है। कुंडली मिलान की प्रक्रिया के दौरान लड़की और लड़के दोनों के गुण कुंडली में देखकर मिलाये जाते हैं। कुंडली में गुण की संख्या 36 बताई गई है यदि दो लोगों की कुंडली में 36 में से 18 गुण या 50 फ़ीसदी गुण मिल जाते हैं तो विवाह के भविष्य को लेकर के अच्छे संकेत मिलते हैं।




कुंडली में मांगलिक होना क्या होता है

कुंडली में एक बड़ी महत्वपूर्ण चीज देखी जाती है कि जिन दो लोगों के विवाह हो रहे हैं वह दोनों जातक क्या मांगलिक हैं या वह मांगलिक नहीं है? यदि दोनों जातक मांगलिक है तो उस स्थिति में गुणों का मिलान करने के बाद विवाह संपन्न किया जा सकता हैं और दोनों में से एक मांगलिक है और एक मांगलिक नहीं है तो उस विवाह को शुभ नहीं बोला गया है। इससे जुडी बहुत सी भ्रम-भ्रांतिया फैली हुयी हैं लेकिन ऐसा माना जाता हैं जिस व्यक्ति की कुंडली में मांगलिक दोष होता हैं उसका व्यव्यहार गुस्सैल प्रवृति का होता हैं जिसके चलते उसका तालमेल साथी के साथ बैठने में समय लगता हैं और कुछ का मानना हैं यह भी हैं कि मंगल ग्रह साथी के जीवन अवधि को कम देता हैं। मांगलिक दोष को देखने के लिए एक सामान्य सी बात यह भी बताई जाती है कि लग्न में यदि मंगल बैठा है तो उस स्थिति में अधिकतर जातक मांगलिक होते हैं मंगल दोष लगा होने के कारण उस जातक को मांगलिक व्यक्ति से ही शादी करनी होती है। कुंडली में यह एक महत्वपूर्ण चीज है जिसका अध्ययन किया जाता है। परन्तु मांगलिक का निर्धारण व्यक्ति के सभी ग्रहों को देखकर ही किया जाता हैं केवल एक ग्रह की स्थिति पर यह तय करना की लड़का या लड़की मांगलिक हैं यह सही नहीं होता।

कुंडली मिलान कैसे होता है?

जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि कुंडली मिलाते समय जातकों के ग्रहों को मिलाया जाता है, जातकों की लगन को मिलाया जाता है, जातक के योगकारक ग्रह व मारक ग्रह को मिलाया जाता है उनके आधार पर गुणों को मिलाया जाता है। जातकों की कुंडली में कोई दोष ना हो इस चीज का मिलान किया जाता है। जातकों की कुंडली में एक और दोष अति महत्वपूर्ण होता है जिसके मौजूद होने पर विवाह नहीं किया जाता है वह दोष नाडी दोष होता है। नाड़ी दोष होने पर जातकों को विवाह न करने की सलाह दी जाती हैं। । कुंडली मिलान करते वक्त जातकों की कुंडली में लग्न से शुरुआत की जाती है फिर लगन के बाद अंक दिए जाते हैं। कुंडली मिलाते समय दोनों जातकों के वर्ण मिलाए जाते हैं, वैश्य मिलाए जाते हैं, तारा मिलाया जाता है, योनि मिलाई जाती है, मैत्री मिलाए जाते हैं, गुण मिलाए जाते हैं, भकूट मिलाया जाता है और अंत में नाड़ी को मिलाकर देखा जाता है कि दोनों के 36 में से कितने अंक बन रहे हैं।

"एस्ट्रो ओनली" की सेवा में आप आसानी से अपनी कुंडली के मिलान कर सकते हैं जिसकी मदद से आप देख सकते हैं कि जातकों के विवाह के योग उत्पन्न हो रहे हैं या नहीं हो रहे हैं। कुंडली मिलान करने के लिए आप “एस्ट्रो ओनली” के ज्योतिष आचार्यों की भी मदद ले सकते हैं। हमारे अनुभवी ज्योतिषाचार्य आपको, आपकी कुंडली मिलाकर बड़ी ही आसानी से बता सकते हैं कि जिस रिश्ते में आप जाने वाले हैं या जिस रिश्ते को आप देख रहे हैं क्या वह आपके और आपके बच्चे के लिए लाभदायक रहेगा और क्या बच्चों के जीवन में बड़ी उठापटक होती हुई नजर आ सकती है। शादी और विवाह, मात्र एक संबंध नहीं है बल्कि सालों तक चलने वाला एक रिश्ता है इसलिए जल्दबाजी में अपने बच्चों का विवाह करने वाले लोग अक्सर परेशान और निराश होते हुए नजर आए हैं। कुंडली मिलान करते समय हमें जन्मतिथि, जन्म का समय और जन्म स्थान के साथ किसी भी तरीके का खिलवाड़ नहीं करना चाहिए एक सही कुंडली ही दोनों जातकों के आने वाले भविष्य का निर्धारण करती हैं।

Astro Only Logo

ज्योतिष के क्षेत्र में शानदार सेवाओं के कारण एस्ट्रो ओनली एक तेजी से प्रगतिशील नाम है। एस्ट्रो केवल ज्योतिष के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन लोकप्रियता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। प्रामाणिक और सटीक भविष्यवाणियों और अन्य सेवाओं के कारण इस क्षेत्र में हमारा ब्रांड प्रमुख होता जा रहा है। आपकी संतुष्टि हमारा उद्देश्य है। अपने जीवन में सकारात्मकता और उत्साह को बढ़ाकर आपकी सेवा करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। ज्योतिष के मूल्यवान ज्ञान की मदद से हमें आपकी सेवा करने का मौका मिलने पर खुशी होगी।

PayTM PayU Paypal
whatsapp