प्रीमियम ज्योतिषियों से बात करें
अभी कॉल करे
Banner

वक्री ग्रह

किसी भी ग्रह के वक्री होने से तात्पर्य इतना है कि ग्रह अपने घर में उल्टी गति में भ्रमण करने लगता है। ग्रहों का वक्री होना कभी भी शुभ नहीं माना गया है क्योंकि ग्रह वक्री होकर क्रूर हो जाते हैं मगर इस तथ्य को लेकर भी अलग-अलग मत है। कुछ लोगों का कहना है कि ग्रह वक्री होकर क्रूर स्वभाव के हो जाते हैं लेकिन कुछ का कहना है कि वक्री ग्रह नरम स्वभाव के होता हैं। वहीं ग्रंथों और ज्योतिषियों के अनुसार यह माना जाता है कि ग्रह वक्री तो होते हैं मगर उस समय वो शुभ और अशुभ दोनों फल देते हैं। वक्री होने का यह अर्थ नहीं होता है कि ग्रह उल्टा चलने लगने है। दरअसल एक ख़ास डिग्री पर होने से ग्रहों को वक्री बोला जाता है। जैसे बुध अगर सूर्य से 20 अंशों की दूरी पर हो तो यह वक्री होने लगता है। इसी तरह शुक्र सूर्य से 29 अंश पर हो तो तब यह वक्री बोला जाता है। आइए जानते हैं सभी ज्योतिषी और ग्रंथों के अनुसार वक्र ग्रहों की व्याख्या-

सरावली के अनुसार, वक्री ग्रह उल्टी चाल में गति करते हैं परंतु यह सुख प्रदान करने वाले होते हैं। साथ ही सरावली के अनुसार यह भी कहा गया है कि जन्म कुंडली में वक्री ग्रह यदि शत्रु राशि में हो तो वह व्यक्ति को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।

संकेतनिधि के अनुसार, माना गया है कि ग्रह वक्री होने पर अपने भाव को छोड़कर दूसरे भाव में प्रभाव देने वाले हो जाते हैं। जैसे मंगल जब वक्री होता है तो अपने स्थान से तीसरे भाव में प्रभाव दिखाता है और गुरु पंचम भाव में फल प्रदान करने लगता है। ऐसे ही बुध और शुक्र भी अपने स्थान को छोड़कर दूसरे भाव में परिणाम देने लगते हैं।

मंत्रेश्वर जी के अनुसार, फलदीपिका में मंत्रेश्वर जी का कथन है कि जब कोई भी ग्रह वक्र गति में भ्रमण करता है तो उस ग्रह का चेष्टाबल मजबूत होता है।

जाति पारिजात के अनुसार, जब शत्रु भाव में कोई भी वक्री ग्रह के अलावा ग्रह भ्रमण करता है तो वह अपना एक तिहाई फल खो देता है यानी कि वह कमजोर होने लगता है।

स्वार्थ चिंतामणि के अनुसार, वक्री स्थिति में सभी ग्रह अशुभ फल नहीं देते हैं। कुछ ग्रह ऐसे हैं जो शुभ फल भी देते हैं । जिनमें गुरु ग्रह शामिल है दरअसल जब गुरु अपनी वक्र स्थिति में भ्रमण करता है तो वह जातक को सुख और समृद्धि प्रदान करता है और जातक शक्तिशाली बनकर वैभवशाली जीवन जीता है। इसी तरह से बुध ग्रह भी जातक को शुभ फल प्रदान करता है मगर शनि ग्रह यदि वक्र हो जाए तो मनुष्य की जीवन की खुशियां छीन लेता है। किसी भी स्थिति में उसे चाह कर भी सफलता प्राप्त नहीं होती है।

कृष्णमूर्ति पद्धति के अनुसार, प्रश्न के समय संबंधित ग्रह का वक्री होना या वक्री ग्रह के नक्षत्र में प्रवेश करना नकारात्मक माना जाता है। ऐसी स्थिति में जातक की परेशानियां बढ़ने लगती हैं यदि संबंधित ग्रह वक्री है भी नहीं लेकिन प्रश्न के समय वक्री ग्रह के नक्षत्र में स्थित है तब भी वह नकारात्मक फल ही प्रदान करेगा।

अलग-अलग मत के अनुसार हमने आपको बताया कि वक्री ग्रह क्या होते हैं और किस प्रकार से फल देते हैं आइए हम आपको कुछ ग्रहों के वक्र स्थिति के बारे में बताते हैं।।।

मंगल ग्रह

यदि मंगल ग्रह वक्री स्थिति में होता है तो वह क्रूर हो जाता है। इससे मनुष्य के जीवन में कठिनाइयां आने लगती हैं उसे शीघ्र क्रोध आने लगता है। ऐसा मनुष्य से बहुत से चिड़चिड़ा हो जाता है।

बुध ग्रह

बुध ग्रह वक्री स्थिति में शुभ और अशुभ दोनों फल देता है। जातक की जन्म कुंडली में बुध वक्री होते हैं तो आत्मविश्वास खोने लगते हैं और स्वभाव से कमजोर हो जाते हैं लेकिन जब गोचर में बुध वक्री होता है तब व्यक्ति सकारात्मक और मजबूत बन जाता है।

गुरु ग्रह

गुरु ग्रह के वक्री होने पर यह जातक को शुभ फल प्रदान करता है ।हर तरह के आर्थिक परेशानियां दूर होने लगती हैं। अधूरे काम बनते चले जाते हैं और व्यवसाय में तरक्की मिलती है।

शुक्र ग्रह

शुक्र ग्रह वक्र स्थिति में यह शुभ और अशुभ दोनों फल देता है। जब जन्म कुंडली में शुक्र वक्री अवस्था में होता है तो वह धार्मिक स्वभाव का बन जाता है और धर्म पर विश्वास करने लगता है। जिससे उसकी लोकप्रियता भी बढ़ती है मगर जब शुक्र गोचरवश वक्री होता है तो मनुष्य को अशुभ फल प्राप्त होते हैं।

शनि ग्रह

जन्म कुंडली में शनि के वक्री होने से मनुष्य पर सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। खुद को मजबूत दिखाने की कोशिश करता है मगर अंदर से खोखला होता है। वह अंदर ही अंदर दुख झेलने लगता है।

Banner1
Banner1
Ad

वक्री बुध ग्रह

picture

ज्योतिषियों से बात करे

क्या आप अपने जीवन में आ रही परेशानियों को लेकर एक सही और अच्छा समाधान खोज रहे हैं। क्या आप अपने व्यवसाय को लेकर परेशान हैं, काफी मेहनत करने के बाद भी, आपका व्यवसाय उस तरीके से मुनाफा नहीं कर रहा है जिस तरीके से आप चाहते हैं। क्या आपको लगातार नौकरी के क्षेत्र में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्या आपका पारिवारिक जीवन सही नहीं चल रहा है। ?

आगे पढ़े
picture

वक्री बुध

बुध ग्रह को बुद्धि का ग्रह माना जाता है। इस ग्रह के वक्री होने पर मनुष्य की मानसिकता पर बुरा प्रभाव पड़ता है ।यह ग्रह पूरी तरह से हमारी बुद्धि से संबंधित है। बुध ग्रह के वक्री होने को बड़ा ही अशुभ माना जाता है क्योंकि इससे मानसिकता पर असर पड़ता है और यदि मनुष्य की मानसिकता ही खराब हो जाए तो उसका जीवन बर्बाद हो जाता है आइए जानते हैं वक्री बुध बारे में

आगे पढ़े
picture

वक्री बृहस्पति

किसी भी जातक की कुंडली में बैठे ग्रह की स्थिति यह निर्धारित करती है कि उस जातक के भाग्य में क्या होने वाला है। सामान्य तौर पर सभी ग्रह शुभ और अशुभ दोनों फल देते हैं किन्तु कई ग्रह ऐसे होते हैं जो वक्री होने पर मनुष्य की खुशियां बर्बाद कर देते हैं। मगर वही कुछ ग्रह ऐसे होते हैं यदि वह वक्री हो जाए तो किसी भी मनुष्य को भिकारी से राजा बना सकते हैं। आज हम आपको ग्रहों के गुरु बृहस्पति ग्रह के वक्री होने के प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं आइए जानते हैं

आगे पढ़े
picture

शुक्र वक्री

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का वक्री होना एक महत्वपूर्ण घटना कहलाती है। इस अवस्था में ग्रह आगे की ओर न चलकर पीछे की ओर चलते हैं जिसको वक्री कहा जाता है। शुक्र ग्रह का वक्री होना ज्योतिष शास्त्र के लिए अनूठा रूप होता हैं। इस दौरान शुक्र ग्रह अपनी सामान्य गति से बढ़कर तेजी से कार्य करता है। वैवाहिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस ग्रह की दशा देखकर है किसी भी व्यक्ति की कुंडली में दांपत्य जीवन का सुख कब और कैसा रहेगा इसका अनुमान लगाया जा सकता है।

आगे पढ़े
picture

वक्री शनि

वैदिक ज्योतिषी के अनुसार शनि ग्रह को बड़ा ही प्रभावशाली ग्रह माना गया है। शनि को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। मगर ऐसा भ्रम है कि कुंडली में शनि के प्रभाव से जातक के जीवन में परेशानियां बढ़ती हैं। हालांकि यह तथ्य सही नहीं है क्योंकि शनि की शुभ और अशुभ दृष्टि इस बात पर निर्भर करती है कि शनि कुंडली के कौन से भाव में और किस स्थिति में विराजमान है इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि कुंडली में उल्टी गति में भ्रमण करने पर यानी वक्री शनि होने पर जातक के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।

आगे पढ़े
picture

वक्री राहु

सभी ग्रहों में राहु को सबसे ज्यादा नीच और अशुभ ग्रह माना जाता है। यह जिस भी राशि में प्रवेश करता है उसके भाग्य में दुख का कारण बन जाता है और उसके सभी काम इतने बिगड़ जाते हैं कि वह कभी भी संवर नहीं पाते। जातक के जीवन में अंधेरा सा छा जाता है और वह किसी भी काम को मन लगाकर नहीं कर पाता । हालांकि हर चीज का उपाय होता है इसलिए राहु की अशुभ दृष्टि से बचने की भी बहुत से उपाय बताए गए हैं। आज हम आपको वर्की राहु के प्रभाव के बारे में बताएंगे

आगे पढ़े
picture

वक्री केतु

राहु के भांति ही केतु को भी बड़ा ही क्रूर ग्रह माना जाता है। यह दोनों ग्रह जीवन में अशुभ दृष्टि डालते हैं। यह दोनों ग्रह वक्री स्थिति में ही कुंडली में मौजूद रहते हैं जिससे जीवन में अशुभ दृष्टि तो पड़ती ही है मगर कई भाव ऐसे होते हैं जिनमें यह शुभ फल प्रदान भी करते हैं। आज हम आपको वक्री केतु के जातक पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं।

आगे पढ़े
picture

वक्री मंगल

अक्सर आपने सुना होगा की कुंडली में बैठे ग्रह वक्री हो जाते हैं जो मनुष्य के जीवन को बर्बाद कर देते हैं तो कुछ ग्रह आबाद भी करते हैं। आज हम आपको सबसे पहले यह बताएँगे कि वक्री ग्रह होता क्या है साथ ही बताएँगे कि मंगल ग्रह के वक्री होने पर मनुष्य के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।

आगे पढ़े
picture

त्यौहार

त्यौहार को अंग्रेजी में फेस्टिवल्स के नाम से जाना जाता है। त्यौहार हिंदू धर्म में और भारतवर्ष में सभी धर्मों के लिए महत्वपूर्ण स्थान निभाते हैं। त्यौहार खुशियों का सूचक हैं और जीवन में खुशियां लेकर आते हैं। त्यौहार जब भी आते हैं तो इसका एक ही अर्थ लगाया जाता है कि अब हमारे जीवन में खुशियां और सुख व समृद्धि आने वाली हैं। हम त्यौहार पर भगवान का आशीर्वाद लेते हैं और उनको इस बात के लिए धन्यवाद अर्पित करते हैं कि उन्होंने हमें अभी तक जिस तरीके का भी जीवन दिया है जो भी खुशियां या दुख हमारे जीवन में दिए हैं यह सब उन्हीं की कृपा है।

आगे पढ़े
Astro Only Logo

ज्योतिष के क्षेत्र में शानदार सेवाओं के कारण एस्ट्रो ओनली एक तेजी से प्रगतिशील नाम है। एस्ट्रो केवल ज्योतिष के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन लोकप्रियता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। प्रामाणिक और सटीक भविष्यवाणियों और अन्य सेवाओं के कारण इस क्षेत्र में हमारा ब्रांड प्रमुख होता जा रहा है। आपकी संतुष्टि हमारा उद्देश्य है। अपने जीवन में सकारात्मकता और उत्साह को बढ़ाकर आपकी सेवा करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। ज्योतिष के मूल्यवान ज्ञान की मदद से हमें आपकी सेवा करने का मौका मिलने पर खुशी होगी।

PayTM PayU Paypal
whatsapp