प्रीमियम ज्योतिषियों से बात करें
अभी कॉल करे
Moon Banner

चंद्रमा ग्रह

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सौरमंडल में सूर्य के पश्चात दूसरा सबसे बड़ा पद चंद्रमा को दिया गया है। सूर्य की तरह से ही नक्षत्रों में चंद्रमा को राजा बताया गया है। चंद्रमा को मृगांक, निशानाथ, रजनीश, निशापति, रजनीपति, हिमांशु, सुधाकर आदि नामों से पुकारा जाता रहा है। पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी 238000 मील बताई गई है और यह पृथ्वी का सबसे निकटतम पड़ोसी बताया गया है। सभी ग्रहों में यह अत्यधिक गतिमान ग्रह सबसे तेजी से स्थिति बदलने वाला ग्रह चंद्रमा ही बोला गया है। चंद्रमा के पास अपना प्रकाश नहीं होता है और वह सूर्य के प्रकाश से चमकता हुआ नजर आता है। सूर्य के प्रकाश ग्रहण कर यह अपनी अमृत किरणें पृथ्वी मंडल पर डालता हुआ नजर आता है जिससे पृथ्वी, मधुर व शीतल नजर आती है। चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है यह 27 दिनों में पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी कर लेता है। जब सूर्य और चंद्रमा एक दूसरे से 6 राशि के अंतर पर होते हैं तब पूर्णमासी होती है और उसके प्रभाव से समुद्र में ज्वार-भाटा आ जाता है। चंद्रमा, सौभाग्य, देश-प्रेम का परिचायक, भावनात्मक, सहानुभूति, सुंदरता, कल्पना शक्ति, ज्योतिष विद्या एवं जन जागरण का प्रतिनिधित्व करता हुआ बताया गया है। यह नेत्र, दृष्टि तथा मस्तिष्क पर प्रभाव डालता है। पारिवारिक जीवन और व्यक्तिगत कार्यों का यह घोतक है।

साथ ही साथ चंद्रमा माता, अंतःकरण, मनोभाव, नम्रता, संवेदना, सुख संपदा, मानसिक स्थिति आदि से संबंधित ग्रह बोला गया है। चंद्रमा कर्क राशि का स्वामी होता है। साथ ही साथ चंद्रमा गले से हृदय तक अंगों का आधिपत्य लिए हुए रहता है। चंद्रमा अगर जातक की कुंडली में स्वयं राशि कर्क के साथ बैठा हुआ है तो ऐसा जातक अच्छा स्वभाव वाला, चंचल मन वाला, सुंदर, दयालु ज्योतिष में रुचि वाला, शुद्ध चित्त वाला, प्रकृति एवं भ्रमण प्रेमी, जल्दी चलने वाला, अत्यधिक भावुक, कुटुंब, घर, माता, देश से प्रेम करने वाला, स्त्रीवशी, काव्य प्रेमी, विलासी, शीघ्र आवेश में आने वाला हो जाता है लेकिन आवेश में आने के बाद में शीघ्र ही शांत भी हो जाता है।

चंद्रमा ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य और बुध का मित्र बताया गया है। शुक्र और शनि का यह समग्रह बोला गया है। चंद्रमा का कोई भी शत्रु ग्रह नहीं होता है।

ज्योतिष में चन्द्रमा

सूर्य के बाद कुंडली में दूसरे स्थान पर सबसे महत्वपूर्ण ग्रह चंद्रमा को माना गया है। चंद्रमा सीधे-सीधे व्यक्ति मन के ऊपर प्रभाव डालता हुआ नजर आता है। चंद्रमा यदि व्यक्ति की कुंडली में कमजोर है तो वह जातक मानसिक रूप से काफी परेशान रहता हुआ नजर आता है। चंद्रमा व्यक्ति के परिवार पर भी असर डालता हुआ नजर आता है। चंद्रमा एक छोटा ग्रह बेशक है और यह सूर्य की रोशनी से काम करता हुआ नजर आता है किंतु इसके बावजूद भी व्यक्ति के जीवन में सुख कितना आएगा और वह व्यक्ति किस तरीके से सफल होता हुआ नजर आएगा यह बात चंद्रमा के ऊपर भी निर्भर करती है। चंद्रमा राशियों में कर्क राशि का स्वामी बताया गया है। शांत प्रवृत्ति का चंद्रमा स्त्री ग्रह बताया गया है और यह एक मात्र ऐसा ग्रह है जो कि सभी ग्रहों का ज्योतिष में मित्र बताया गया है।

चन्द्रमा का महत्व

किसी व्यक्ति की लग्न में यदि चंद्रमा मौजूद है तो वह व्यक्ति सुंदर और आकर्षक होगा और स्वभाव से काफी निडर होता है। लग्न में चंद्रमा होने से व्यक्ति काफी संवेदनशील और भावुक हो जाता है। चंद्रमा कुंडली में सही स्थिति में नहीं है तो जातक मानसिक रूप से काफी बीमार होता हुआ नजर आता है और मनोबल काफी कम होता है। उसको लगातार किसी न किसी बात का डर लगा रहता है। दूसरों के सामने अपनी बात रखने से वह घबराता है। चंद्रमा यदि कुंडली के अंदर अच्छी स्थिति में नहीं है तो इससे उस व्यक्ति की याद रखने की जो शक्ति होती है वह भी कमजोर होती हुई नजर आती है। साथ ही साथ उसकी माता के स्वास्थ्य में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कमजोर चंद्रमा वाले लोग कई बार आत्महत्या करने की कोशिश भी करते हैं। चंद्रमा यदि कुंडली में सही नहीं है तो उससे जातक को सर दर्द, तनाव, डिप्रेशन, घबराहट जैसी बीमारियां होती हुई नजर आती है।

चंद्र ग्रह का वैदिक मंत्र ॐ इमं देवा असपत्नं सुवध्यं महते क्षत्राय महते ज्यैष्ठ्याय महते जानराज्यायेन्द्रस्येन्द्रियाय। इमममुष्य पुत्रममुष्यै पुत्रमस्यै विश एष वोऽमी राजा सोमोऽस्माकं ब्राह्मणानां राजा।।

चंद्र ग्रह का तांत्रिक मंत्र ॐ सों सोमाय नमः

चंद्रमा का बीज मंत्र ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः

Banner1
Banner1
Ad

ग्रह

picture

ज्योतिषियों से बात करे

क्या आप अपने जीवन में आ रही परेशानियों को लेकर एक सही और अच्छा समाधान खोज रहे हैं। क्या आप अपने व्यवसाय को लेकर परेशान हैं, काफी मेहनत करने के बाद भी, आपका व्यवसाय उस तरीके से मुनाफा नहीं कर रहा है जिस तरीके से आप चाहते हैं। क्या आपको लगातार नौकरी के क्षेत्र में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्या आपका पारिवारिक जीवन सही नहीं चल रहा है। ?

आगे पढ़े
picture

बुध ग्रह

बुध ग्रह सूर्य के समीप होने के कारण अधिक प्रकाशमान बताया गया है। यह सूर्योदय से कुछ पल पूर्व उदय होता है और सूर्यास्त के पश्चात अस्त होता हुआ नजर आता है। सूर्य के आसपास सदैव बुध रहता है अर्थात सूर्य से 28 अंक से अधिक दूर बुध कभी नहीं जा सकता और यह सौर परिवार का सबसे छोटा ग्रह बोला गया है।

आगे पढ़े
picture

बृहस्पति ग्रह

बृहस्पति ग्रह को सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह बोला गया है इसीलिए इस ग्रह को सभी ग्रहों का गुरू बोला गया है और यही कारण है कि बृहस्पति को इसी नाम से भी बुलाया जाता रहा है। गुरू के नाम से हम इसको पुकारते हैं। कुंडली में गुरु अगर सही जगह, शुभ स्थान पर हो तो जातक, विधि-धर्म एवं नीति का महान पंडित बन सकता है।

आगे पढ़े
picture

शुक्र ग्रह

सूर्य और चंद्रमा को छोड़कर अगर सौर परिवार का सबसे चमकदार एवं तेजस्वी ग्रह का जिक्र करें तो वह ग्रह शुक्र ग्रह बोला गया है। शास्त्रों में शुक्र ग्रह को कला, प्रेम सौंदर्य एवं आकर्षण की देवी बोला गया है।

आगे पढ़े
picture

शनि ग्रह

दूसरे सभी ग्रहों से काफी दूर होने पर शनि एक सुंदर एवं विचित्र ग्रह बोला गया है। इसके चारों और तीन चक्र होते हैं जो सदैव एक दूसरे से स्वतंत्र रूप से घूमते हुए नजर आते हैं। अन्य ग्रहों से इस ग्रह की यही एक विशेषता नजर आती है।

आगे पढ़े
picture

राहु ग्रह

राहु ग्रह एक छाया ग्रह होता है। ज्योतिष शास्त्र में राहु ग्रह का अस्तित्व नजर आता है लेकिन दूसरी तरफ खगोलीय दुनिया में राहु ग्रह का कोई भी अस्तित्व नहीं है। विज्ञान के शब्दों में बोला जाए तो विज्ञान में राहु ग्रह को नहीं माना जाता है।

आगे पढ़े
picture

सूर्य ग्रह

ग्रहों की बात करें तो ग्रहों में सूर्य को नंबर एक के स्थान पर रखा गया है। सूर्य को भानु, रवि, दिनकर, भास्कर, प्रभाकर, ग्रहपति आदि विभिन्न नामों से पुकारा जाता रहा है। सूर्य मुख्य रूप से हाइड्रोजन गैस का एक पिंड है।

आगे पढ़े
picture

चंद्रमा ग्रह

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सौरमंडल में सूर्य के पश्चात दूसरा सबसे बड़ा पद चंद्रमा को दिया गया है। सूर्य की तरह से ही नक्षत्रों में चंद्रमा को राजा बताया गया है। चंद्रमा को मृगांक, निशानाथ, रजनीश, निशापति, रजनीपति, हिमांशु, सुधाकर आदि नामों से पुकारा जाता रहा है।

आगे पढ़े
picture

केतु ग्रह

केतु को कठोर स्वभाव वाला, गलत राह पर चलाने वाला, एक पाप ग्रह बोला गया है। केतु को भी राक्षसों से जोड़कर देखा जाता रहा है और बोला गया है कि केतु के कारण ही जातक पाप के रास्ते पर बढ़ता हुआ नजर आता है। केतु को रहस्यमई एवं गुप्त षड्यंत्र के लिए प्रसिद्ध बताया गया है।

आगे पढ़े
picture

मंगल ग्रह

मंगल ग्रह पृथ्वी का निकटवर्ती ग्रह है। पृथ्वी से समानता होने के कारण इसे भूपुत्र यानी कि पृथ्वी पुत्र भी बोला जाता रहा है। पाश्चात्य लोग मंगल को युद्ध का देवता बोलते आए हैं। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में इसे बल एवं पराक्रम का प्रतीक बोला गया है।

आगे पढ़े
picture

आज का योग

पंचांग के अंदर 5 बातें बेहद महत्वपूर्ण होती हैं जिनमें से एक हैं योग। योग चंद्रमा और सूर्य की मदद से निर्धारित किए जाते हैं। जातक का जन्म जिस योग में होता हैं उसके अंदर उसी तरीके के गुण उपस्थित होते हैं। आप इसको सामान्य से शब्दों में इस तरीके से समझें कि योग 27 प्रकार के होते हैं और सूर्य और चंद्रमा के देशांतर के द्वारा योग की गणना की जाती है। जातक के ऊपर योग का बहुत गहरा प्रभाव बताया गया है जैसे कि जातक किस तरीके का काम करेगा, उसका व्यवहार किस तरीके से होगा, उसके अंदर किस तरीके के गुण उपस्थित होंगे इन्हीं सब बातों को देखने के लिए योग का विश्लेषण किया जाता है या आंकलन किया जाता है।

आगे पढ़े
picture

त्यौहार

त्यौहार को अंग्रेजी में फेस्टिवल्स के नाम से जाना जाता है। त्यौहार हिंदू धर्म में और भारतवर्ष में सभी धर्मों के लिए महत्वपूर्ण स्थान निभाते हैं। त्यौहार खुशियों का सूचक हैं और जीवन में खुशियां लेकर आते हैं। त्यौहार जब भी आते हैं तो इसका एक ही अर्थ लगाया जाता है कि अब हमारे जीवन में खुशियां और सुख व समृद्धि आने वाली हैं। हम त्यौहार पर भगवान का आशीर्वाद लेते हैं और उनको इस बात के लिए धन्यवाद अर्पित करते हैं कि उन्होंने हमें अभी तक जिस तरीके का भी जीवन दिया है जो भी खुशियां या दुख हमारे जीवन में दिए हैं यह सब उन्हीं की कृपा है।

आगे पढ़े
Astro Only Logo

ज्योतिष के क्षेत्र में शानदार सेवाओं के कारण एस्ट्रो ओनली एक तेजी से प्रगतिशील नाम है। एस्ट्रो केवल ज्योतिष के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन लोकप्रियता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। प्रामाणिक और सटीक भविष्यवाणियों और अन्य सेवाओं के कारण इस क्षेत्र में हमारा ब्रांड प्रमुख होता जा रहा है। आपकी संतुष्टि हमारा उद्देश्य है। अपने जीवन में सकारात्मकता और उत्साह को बढ़ाकर आपकी सेवा करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। ज्योतिष के मूल्यवान ज्ञान की मदद से हमें आपकी सेवा करने का मौका मिलने पर खुशी होगी।

PayTM PayU Paypal
whatsapp